पितृपक्ष मेला 2019 के लिए पिन्डदांनादी - क्रम निम्न प्रकार हैं
दिनांक | श्राद्धक्रम | |
12.09.2019 गुरूवार | भाद्रपद शुक्लपक्ष अनन्तचर्तुदर्शी | तीर्थपुरोहित पण्डाजी का पांवपूजा पुनपुन, गोदावरी श्राद्ध |
13.09.2019 शुक्रवार | भाद्रपद शुक्लपक्ष पुर्णिमा | फलगु स्नान श्राद्ध, तीर्थपुरोहित पण्डाजी का पांवपूजा खीर का पिण्डा |
14.09.2019 शनिवार | आश्विन कृष्णपक्ष प्रतिपदा (सुबह 08:41 से) | ब्रह्मकुण्ड जौ चुर्णश्राद्ध, प्रेतशिला, रामशिला, रामकुण्डश्राद्ध, काकबलि तीन पिण्ड |
15.09.2019 रविवार | आश्विन कृष्णपक्ष द्वितिया (सुबह 08:45 से पाँच तीर्थ) | पंचतीर्थ उत्तम मानस, उदीची, कनखल, दक्षिणामानस, जिव्हालोल श्राद्ध, गजाधर जी का पंचामृत स्नान |
16.09.2019 सोमवार | आश्विन कृष्णपक्ष द्वित्या श्राद्ध | पंचतीर्थ उत्तम मानस, उदीची, कनखल, दक्षिणामानस, जिव्हालोल श्राद्ध, गजाधर जी का पंचामृत स्नान |
17.09.2019 मंगलवार | आश्विन कृष्णपक्ष तृतीया | सरस्वती स्नान पंचरत्न दान, मातंग़वापी श्राद्ध, धर्मारण्यकूप के मध्य श्राद्ध |
18.09.2019 बुधवार | आश्विन कृष्णपक्ष चौठ | ब्रह्मसरोवर, काकबलि श्राद्ध, अम्रसिंचन, तारक ब्रम्हा दर्शन |
19.09.2019 गुरूवार | आश्विन कृष्णपक्ष पंचमी | विष्णुपद, ब्रह्मपद, रूद्रपद श्राद्ध, तीर्थपुरोहितजी पंण्डाजी का पांॅंवपूजा |
20.09.2019 शुक्रवार | आश्विन कृष्णपक्ष षष्टि | सोलह वेदी कार्तीकपद बगैरह |
21.09.2019 शनिवार | आश्विन कृष्णपक्ष सप्तमी | सूर्यापद बगैरह |
22.09.2019 रविवार | आश्विन कृष्णपक्ष अष्टमी | गजकर्न पद दूध तर्पण,अन्नदान |
23.09.2019 सोमवार | आश्विन कृष्णपक्ष नवमी | रामगया श्राद्ध, सीताकुण्ड बालु का पिण्ड, पण्डाजी का पांॅवपूजा, सुहागपिटरी दान |
24.09.2019 मंगलवार | आश्विन कृष्णपक्ष दशमी (पूर्वाहन 11:42 तक) | गयासुर, गयाकूप श्राद्ध, मध्यान 12:00 बजे से मुण्डपृष्ठ, आदिगया ,घोतपद श्राद्ध, चाँदी दान |
25.09.2019 बुधवार | आश्विन कृष्णपक्ष एकादशी (पूर्वाहन 09:43 तक उपरांत द्वादशी) | भीमगया, गोप्राचार, गदालोल, श्राद्ध एंव स्वर्ण दान |
26.09.2019 गुरूवार | आश्विन पक्ष त्रयोदसी | विष्णुपद तर्पण संध्या में द्वीप दान |
27.09.2019 शुक्रवार | आश्विन कृष्णपक्ष चर्तुदर्शी | वैतरणी तर्पण, गोदान |
28.09.2019 शनिवार | आश्विन कृष्णपक्ष अमावश्या | अक्षयवट श्राद्ध खीर का पिण्ड शोडशदान सुफल |
29.09.2019 रविवार | अश्विन शुक्लपक्ष प्रतिदान | गायत्रीघाट दही चावल का पिंड, आचार्य का दक्षिणा विदाई |